लोदी वंश कब से कब तक राज किया ?

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प्रश्न:- लोदी वंश कब से कब तक राज किया ?

उत्तर:- लोदी वंश खिलजी अफ़्गान लोगों की पश्तून जाति से बना था। इस वंश ने दिल्ली के सल्तनत पर उसके अंतिम चरण में शासन किया। इन्होंने 1451 से 1526 तक शासन किया।
दिल्ली का प्रथम अफ़गान शासक परिवार लोदियों का था। वे एक अफ़गान कबीले के थे, जो सुलेमान पर्वत के पहाड़ी क्षेत्र में रहता था और अपने पड़ोसी सूर, नियाजी और नूहानी कबीलों की ही तरह गिल्ज़ाई कबीले से जुड़ा हुआ था। गिल्ज़ाइयों में ताजिक या तुर्क रक्त का सम्मिश्रण था।
लोदी वंश के शासक
  1. बहलोल लोदी
  2. सिकंदर लोदी
  3. इब्राहिम लोदी

बहलोल लोदी

बहलोल खान लोदी (मृत्यु:1489) दिल्ली के लोदी वंश का प्रथम सुलतान बना, जब पिछले सैयद वंश के अंतिम शासक पदच्युत हुआ। बहलूल एक अफगान व्यापारियों के परिवार में पैदा हुआ था। बाद में यह एक प्रसिद्द योद्धा होकर पंजाब का राज्यपाल बना। इसने दिल्ली सल्तनत अप्रैल 19,1451 को ग्रहण किया।
बहलूल खान ने विद्रोहियों को शांत करने हेतु बहुत प्रयास किये और अपने राज्य की सीमाओं को ग्वालियर, जौनपुर और ऊपरी उत्तर प्रदेश तक फैलाया। सन 1486 में, अपने पुत्र, बर्बक शाह को जौनपुर का राज्यपाल नियुक्त किया। इससे कुछ समय बाद उत्तराधिकार की समस्या खडी़ हुई, जो कि इसके दूसरे पुत्र सिकंदर लोदी ने दावा कर खडी़ की। सिकंदर को उत्तराधिकारी स्वयं बहलूल ने ही बनाया था। बाद में बहलूल की मृत्योपरांत वही सुल्तान बना सन 1489 में।

सिकंदर लोदी

सिकंदर लोदी(बचपन का नामः निजाम खां, मृत्यु २१ नवंबर, १५१७) लोदी वंश का द्वितीय शासक था। अपने पिता बहलूल खान लोदी की मृत्यु जुलाई १७, १४८९ उपरांत यह सुल्तान बना। इसके सुल्तान बनने में कठिनई का मुख्य कारण था इसका बडा़ भाई, बर्बक शाह, जो तब जौनपुर का राज्यपाल था। उसने भी इस गद्दी पर अपने पिता के सिकंदर के नामांकन के बावजूद, दावा किया था। परंतु सिकंदर ने एक प्रतिनिधि म्ण्डल भेज कर मामला सुलझा लिया और एक बडा़ खून-खराबा बचा लिया। असल में इसने बर्बक शाह को जौनपुर सल्तनत पर राज्य जारी रखने को कहा, एवं अपने चाचा आलम खान से भी विवाद सुलझा लिये, जो कि तख्ता पलट करने की योजना बना रहा था।
सिकंदर एक योग्य शासक सिद्ध हुआ। उसने अपने राज्य को ग्वालियर एवं बिहार तक बढा़या। उसने अल्लाउद्दीन हुसैन शाह एवं उसकी बंगाल के राज्य से संधि की। वह अपने देश के अफगान नवाबों को नियंत्रण में रखने में सफल हुआ, एवं अपने राज्य पर्यन्त व्यापार को खूब बढा़वा दिया। सन 1504 में, उसने वर्तमान आगरा शहर की नींव रखी।

इब्राहिम लोदी

इब्राहिम लोदी (मृत्यु 21 अप्रैल, 1526) दिल्ली सल्तनत का अंतिम सुल्तान था। वह अफगानी था। उसने भारत पर 1517-1526 तक राज किया और फिर मुगलों द्वारा पराजित हुआ, जिन्होंने एक नया वंश स्थापित किया, जिस वंश ने यहाँ तीन शताब्दियों तक राज्य किया।
इब्राहिम को अपने पिता सिकंदर लोदी के मरणोपरांत गद्दी मिली। परंतु उसकी शासकीय योग्यताएं अपने पिता समान नहीं थीं। उसे अनेक विद्रोहों का सामना करना पड़ा।
राणा सांगा ने अपना साम्राज्य पश्चिम उत्तर प्रदेश तक प्रसार किया और आगरा पर हमले की धमकी दी। पूर्व में भी विद्रोह शुरु हो गया। इब्राहिम ने पुराने एवं वरिष्ठ सेना कमाण्डरों को अपने वफादार नये सेना कमाण्डरों से बदल कर दरबार के नवाबों को भी नाखुश कर दिया था। तब उसे अपने लोग ही डराने धमकाने लगे थे। और अंततः अफगानी दरबारियों ने बाबर को काबुल से भारत पर आक्रमण करने के लिये आमंत्रित किया।



Disclaimer : यह प्रश्न विभिन्न स्रोतों से तथ्य एकत्रित कर बनायीं गयी है | यदि इसमें कोई त्रुटी पायी जाती है तो RMM Study संचालक की जिम्मेदारी नहीं होगी

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